चमत्कार!: अहमदाबाद विमान हादसे में लोहा तक पिघल गया, लेकिन सुरक्षित मिला यह धार्मिक ग्रंथ, एक पना तक नहीं जला…

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे से देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया स्तब्ध है। इस दर्दनाक हादसे में विमान यात्रियों और क्रू मेंबर्स सहित कुल 265 लोगों की जान चली गई है। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन भी अब लगभग समाप्त हो चुका है। इस भीषण हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति की जान बची है। प्लेन क्रैश के बाद घटनास्थल का जो मंजर था वो बेहद खौफनाक था।
जहां सब कुछ जल गया था, वहां एक चमत्कार भी देखने को मिला। दरअसल, रेस्क्यू के दौरान भगवत गीता वहां से मिली, जो किसी यात्री की हो सकती है। हैरानी की बात ये है कि इस धार्मिक ग्रंथ को जरा सा भी नुकसान नहीं पहुंचा।
वहां मौजूद लोग इसे किसी चमत्कार की तरह देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ है। सोशल मीडिया X पर एस वीडियो को 6 लाख से भी ज्यादा यूजर इस वीडियो को देख चुके हैं। इस वीडियो में एक व्यक्ति दुर्घटनास्थल पर मलबे के बीच से गीता के पन्नों को दिखाते नजर आया।
बता दें कि हादसे के बाद जब राहत और बचाव दल मलबे को हटाने का काम कर रहे थे, तो उन्हें एक किताब दिखाई दी। जिसके पन्ने काले धुएं और राख के बीच भी नहीं जले। यह भगवद्गीता थी। राहत कार्य में लगे एक स्वयंसेवक ने बताया, हमें लगा कि किताब पूरी जल चुकी होगी, लेकिन जब पास जाकर देखा तो पाया कि पन्नों पर सिर्फ हल्की-सी कालिख है। आप उसे अभी भी आसानी से पढ़ सकते हैं। कोई पन्ना जला नहीं था।
घटना स्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों और राहतकर्मियों ने इसे आस्था से जोड़ते हुए कहा कि ये महज इत्तेफाक नहीं हो सकता। इतने बड़े हादसे में जहां सबकुछ जल गया, वहां भगवद्गीता का इस तरह सुरक्षित मिलना किसी संकेत से कम नहीं है। जहां एक ओर जांच एजेंसियां हादसे के पीछे के तकनीकी कारणों की पड़ताल में जुटी हैं, वहीं दूसरी ओर इन दो घटनाओं ने सोशल मीडिया में एक भावनात्मक लहर दौड़ा दी है। लोग भगवद्गीता की सलामती को दैवीय चमत्कार मान रहे हैं।
बता दें कि बता दें कि अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन 12 जून 2025 (गुरुवार) को दोपहर टेक ऑफ के दो मिनट बाद ही क्रैश हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर्स समेत 241 लोगों की मौत हो गई थी। फ्लाइट नंबर AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
वहीं इस हादसे में सिर्फ एक भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक जिंदा बचे हैं। इस हादसे में कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। दरअसल, आग लगते ही विमान 2.5 किमी दूर बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस बिल्डिंग में अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं।