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मध्यप्रदेश भाजपा को मिला नया अध्यक्ष, हेमंत खंडेलवाल को मिली प्रदेश की कमान

भोपाल। मध्यप्रदेश भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल पार्टी के नए नेता होंगे। वे निर्विरोध भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने जाएंगे। इसके साथ ही करीब दस महीने से चल रहा गतिरोध भी खत्म हो गया है।

नामांकन प्रक्रिया के दौरान प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने सीएम डॉ. मोहन यादव को इशारा किया और सीएम खंडेलवाल को मंच पर ले गए। सीएम डॉ. मोहन उनके प्रस्तावक बने।

खंडेलवाल पहली पंक्ति में मंत्री वीरेंद्र खटीक और गोपाल भार्गव के बीच में बैठे थे। सीएम मोहन यादव इशारा मिलते ही उनको पीठ पर हाथ रखकर मंच की ओर बढ़े। चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, निर्वाचन अधिकारी विवेक शेजवलकर और पर्यवेक्षक सरोज पांडे के सामने उन्होंने नामांकन दाखिल कराया।

बुधवार सुबह 10:30 बजे भाजपा संगठन की बड़ी बैठक होगी। माना जा रहा है इसी दौरान या इसके बाद खंडेलवाल के निर्विरोध निर्वाचन का औपचारिक ऐलान होगा।

कौन हैं हेमंत खंडेलवाल?

2 सितंबर 1964 को उत्तर प्रदेश के मथुरा में जन्मे हेमंत खंडेलवाल आरएसएस से जुड़े हैं और पार्टी संगठन में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। हेमंत खंडेलवाल बैतूल से दूसरी बार विधायक हैं और इससे पहले बैतूल से सांसद भी रह चुके हैं। उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल भी बैतूल से तीन बार सांसद रह चुके हैं, जिससे उनका राजनीतिक कद और मजबूत हुआ है। हेमंत खंडेलवाल की छवि एक निष्ठावान और सच्चे पार्टी कार्यकर्ता की है। उनके पास बीकॉम और एलएलबी की डिग्री है और वे एक व्यवसायी भी हैं।

अब तक का राजनीतिक सफर

वे 2007 से 2008 तक लोकसभा के सदस्य रहे।
2010 से 2013 तक वे बैतूल जिले में भाजपा के जिला अध्यक्ष रहे।
2013 में वे पहली बार चौदहवीं विधानसभा के सदस्य चुने गए और विधानसभा की सदस्य सुविधा समिति के अध्यक्ष रहे।
2014 से 2018 तक वे बीजेपी के प्रदेश कोषाध्यक्ष रहे और माननीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट के अध्यक्ष भी रहे।
2023 में वे दूसरी बार विधानसभा के सदस्य चुने गए।

शिव-मोहन और सुरेश सोनी के करीबी हैं खंडेलवाल

प्रदेश की राजनीति में हेमंत खंडेलवाल को आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी सुरेश सोनी का करीबी माना जाता है। डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनवाने में सुरेश सोनी की राय ने भी अहम भूमिका निभाई थी। दिल्ली में सोनी और यादव दोनों ने मिलकर हेमंत खंडेलवाल के नाम की जोरदार पैरवी की थी।

खंडेलवाल के केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके परिवार से भी निजी तौर पर काफी अच्छे संबंध हैं। शिवराज चौहान भी उनके नाम पर सहमत हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए खंडेलवाल ने बैतूल में कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण क्लस्टर स्थापित किया था, जहां चौहान के बेटे कार्तिकेय की दूध उत्पादन फैक्ट्री भी है। आरएसएस के सुरेश सोनी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भाजपा नेतृत्व को भरोसा दिलाया है कि खंडेलवाल के नेतृत्व में सरकार और संगठन के बीच समन्वय मजबूत रहेगा।

 

 

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