मध्यप्रदेश

कांग्रेस की सूची पर बोले कैलाश विजयवर्गीय- यह फ्यूज बल्ब की माला, 44 भी जीत जाए तो…





इंदौर। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा मध्यप्रदेश में 144 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद इंदौर की एक नंबर विधानसभा सीट के भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के प्रत्याशियों को फ्यूज बल्ब की माला बताया है।

कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को भाजपा कार्यालय में मीडिया से चर्चा की। कांग्रेस की सूची पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने बुझे हुए नेतागणों को टिकट दिया है। पूरी सूची फ्यूज बल्ब की माला है। इसमें कितना भी करंट डालो बंद ही रहेगी। उन्होंने कहा कि इनमें से 44 भी जीत जाए तो बड़ी बात है।

मध्यप्रदेश में भाजपा द्वारा सीएम फेस घोषित नहीं करने के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सभी पार्टियों की अलग रणनीति होती है। भाजपा भी अलग रणनीति के साथ उतरी है और पांचों राज्यों में कहीं उसने सीएम कैंडिडेट घोषित नहीं किए है। उन्होंने ने कहा पार्टी पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है।

कांग्रेस लाड़ली बहना योजना भी बंद कर देगी
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने डेढ़ साल के शासनकाल में लाड़ली लक्ष्मी, कन्यादान योजना बंद कर थी। कांग्रेस की महिला सशक्तिकरण में कोई रुचि नहीं है। कांग्रेस को गलती से भी जनता ने वोट दे दिया तो वह लाड़ली बहना योजना भी कम बजट का बहाना बनाकर बंद कर देगी। विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार ने तेजी से विकास के काम किए है। कांग्रेस को गरीबों से कोई लेना देना नहीं है, उनके नेतागण तो सिर्फ कुर्सी से मोह रखते है।

आकाश का यह कदम प्रशंसा योग्य
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जब मेरा टिकट फायनल हुआ तो मेरे बेटे आकाश ने पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखकर खुद को टिकट न देने की बात कही। यह बात मेरी जानकारी में भी नहीं थी। आकाश का यह कदम प्रशंसा योग्य है, क्योकि हमारी पार्टी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देती। हालांकि तीन नंबर क्षेत्र के भाजपा पार्षद और जनता चाहती है कि आकाश को फिर टिकट मिलना चाहिए।

कमलनाथ ने देश को बांटने का काम किया था
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को छिंदवाड़ा से कांग्रेस द्वारा टिकट देने पर सिख समाज की नाराजगी पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ के देश में इस प्रकार के बहुत सारे काम है जो समाज को बांटने के है। जिसमे 84 का सिख दंगा भी शामिल है। अभी उसमें वह संदिग्ध परिस्थिति में हैं। कोर्ट में मामला विचाराधीन है। इसीलिए सिख समाज तो नाराज होगा ही। इसके अलावा अन्य समाज भी नाराज है क्योंकि उन्होंने उस समय देश को बांटने का काम किया था।

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