सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण के कार्यों का मूल्यांकन गोपनीय चरित्रावली में किया जायेगा दर्ज

सभी शासकीय कार्यालयों के भीतर इस सप्ताह लगेंगे पौधों गमले
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में टी.एल. बैठक संपन्न
इंदौर। इंदौर जिले में इस सप्ताह सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण के कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया जायेगा। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण के कार्यों का मूल्यांकन अधिकारियों की गोपनीय चरित्रावली में भी दर्ज किया जायेगा। जिले में हरियाली महोत्सव के अंतर्गत 64 ग्राम पंचायतों में वृह्द वृक्षारोपण कर गार्डन विकसित किये जायेंगे। प्रत्येक गार्डन में न्यूनतम डेढ़ हजार पौधें रोपित होंगे। इस तरह जिले में इन गार्डनों में लगभग एक लाख पौधें लगेंगे। पौधरोपण, इनकी सुरक्षा के लिये फैंसिंग तथा सिचाई आदि व्यवस्था के लिये जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ इंजीनियरों को जवाबदारी दी जायेगी। इंदौर में इस सप्ताह सभी शासकीय कार्यालयों के भीतर पौधों के गमले लगाये जाने का अभियान चलाया जायेगा।
यह जानकारी आज यहां कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में संपन्न हुयी समय-सीमा के पत्रों के निराकरण(टीएल) की बैठक में दी गयी। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अभय बेड़ेकर, श्री अजय देव शर्मा, श्री राजेश राठौर, श्रीमती सपना लोवंशी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती वंदना शर्मा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज जन समस्याओं संबंधी आवेदनों के निराकरण की विभागवार प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देवे। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों का अधिक से अधिक निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में जिले में चलाये जाने वाले हरियाली महोत्सव अभियान की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में निर्देश दिये गये कि स्कूलों में नीम, पीपल और बरगद आदि वट वृक्षों का रोपण करें। सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि वे अगली बैठक में अपने विभाग से संबंधित पौध रोपण की कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। बैठक में कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी श्री मनोज सक्सेना को शोकाज नोटिस देने तथा संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय श्रीमती सुचिता बेक तिर्की का सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों में अपेक्षित निराकरण नहीं करने तक वेतन आहरित नहीं करने के निर्देश दिये गये।