आयरलैंड के आलराउंडर केविन ओ ब्रायन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास

नई दिल्ली। आयरलैंड के ऑलराउंडर केविन ओ ब्रायन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उनके नाम वर्ल्ड कप में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने साल 2011 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ ये कारनामा किया था। उन्होंने 10 साल पहले बेंगलुरु में 50 गेंदों में शतक पूरा किया था।
केविन ओ ब्रायन ने अपनी ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए अपने फैसले की जानकारी दी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि वह 16 साल के अपने करियर से संन्यास ले रहे हैं। उन्होंने टीम मैनेजमेंट के फैसले पर निराशा जाहिर करते हुए कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी20 वर्ल्ड कप में खेलने के बाद ऐसा करना चाहते थे, लेकिन पिछले एक साल से चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज करने के बाद उन्होंने अपने करियर को खत्म करने का फैसला किया।
केविन ओब्रायन ने 22 साल की उम्र मे 2006 में आयरलैंड के लिए डेब्यू किया था। इसके बाद से वह टीम का अहम हिस्सा रहे। टीम को एशोसिएट देशों की सूची से निकालकर टेस्ट देश का दर्जा दिलाने में ओब्रायन की अहम भूमिका रही। ओब्रायन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान कई उपलब्धियां अपने नाम की।
ओब्रायन के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो उन्होंने तीनों फॉर्मेट में मिलाकर कुल 266 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने चार शतक की मदद से 5850 रन बनाए और साथ ही गेंदबाजी में 172 विकेट भी चटकाए। वह वनडे प्रारूप में आयरलैंड के लिए सबसे ज्यादा 114 विकेट लेने वाले खिलाड़ी रहे।
केविन के नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। इसमें वर्ल्ड कप में सबसे तेज शतक लगाने के अलावा वह आयरलैंड के लिए पहला टेस्ट शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने मई 2018 में पाकिस्तान के खिलाफ आयरलैंड के पहले टेस्ट मैच में शतक लगाया।
आयरलैंड के इस स्टार क्रिकेटर की इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई शतकीय पारी आज भी बेहद खास है। उन्होंने 2011 में बेंगलूरू में इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में महज 50 गेंदों में शतक ठोंक दिया था। उन्होंने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 63 गेंदों में 113 रन बनाए थे और अपनी शतकीय पारी के दौरान 13 चौके और छह छक्के लगाए थे। उनकी इस ऐतिहासिक पारी की बदौलत आयरलैंड ने इंग्लैंड के 328 रन के लक्ष्य को 49.1 ओवर में हासिल करते हुए एक बड़ा उलटफेर किया था।