नाग पंचमी 2022: जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

हर साल श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मानाने का विधान है। हमारे देवताओं के बीच नागों का हमेशा से अहम स्थान रहा है। भगवान विष्णु जी शेष नाग की शैय्या पर सोते हैं और भगवान शंकर अपने गले में नागों को यज्ञोपवीत के रूप में रखते हैं। भगवद्गीता में भगवान कृष्ण ने अपने को सर्पों में वासुकि और नागों में अनन्त कहा है। बता दें कि दक्षिण भारत में नाग पंचमी के दिन लकड़ी की चौकी पर लाल चन्दन से सर्प बनाये जाते हैं या मिट्टी के पीले या काले रंगों के सांपों की प्रतिमाएं बनायी या खरीदी जाती हैं और उनकी दूध से पूजा की जाती है।
कब है नाग पंचमी 2022
इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा।
नाग पंचमी 2022 का शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी तिथि प्रारम्भ- 2 अगस्त को सुबह 05 बजकर 14 मिनट से
नाग पंचमी समाप्त: 3 अगस्त को सुबह 05 बजकर 42 मिनट तक
नाग पंचमी पूजा मुहूर्त 02 अगस्त को सुबह 05 बजकर 24 मिनट से सुबह 08 बजकर 24 मिनट तक रहेगा।
नाग पंचमी का महत्व
नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोषों से मुक्ति मिलती है। नाग देवता को घर का रक्षक भी माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि भी आती है।
नाग पंचमी की पूजन विधि
नाग पंचमी के दिन नाग देवता का पूजन किया जाता है और इस दिन कई लोग भगवान शिव की कृपा पाने के लिए व्रत भी करते हैं। जो जातक कल सर्प दोष निवारण की पूजा कराना चाहते हैं उन्हें एक दिन पहले चतुर्थी के दिन व्रत शुरू करना चाहिए। नाग पंचमी पर पूरे दिन उपवास रखने के बाद शाम के समय भोजन ग्रहण करना चाहिए। नाग देवता की पूजन करने के लिए एक चौकी लें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर नाग देवता की तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद नाग देवता को हल्दी, रोली और चावल का तिलक लगाए। फिर फूल चढ़ाएं और दीपक जलाएं। नाग देवता को कच्चा दूध और चीनी का भोग लगाए। इस दिन नाग पंचमी की कथा और नाग देवता की आरती करना न भूलें।