मोहन भागवत के बयान पर आरएसएस ने दी सफाई, कहा- गलत का मतलब निकाला गया, पंडितों से…

नई दिल्ली। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान से सियासी बवाच मच गया है। दरअसल उन्होंने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था कि भगवान ने हमेशा बोला है मेरे लिए सभी एक हैं। उनमें कोई जाति वर्ण नही हैं, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वह गलत था। भारत देश हमारे हिंदू धर्म के अनुसार चलकर बड़ा बने और वह दुनिया का कल्याण करे। हिंदू और मुसलमान सभी एक हैं।
भागवत के इसी बयान पर मचे बवाल के बाद आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने मामले में स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख की टिप्पणी का गलत का मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा कि पंडितों से उनका मतलब विद्वान (बुद्धिजीवियों) से था।
आंबेकर ने आगे कहा कि सरसंघचालक मराठी में बोल रहे थे और पंडित का अर्थ विद्वान भी होता है. ऐसे में उनके बयान को सही परिप्रेक्ष्य में लिया जाना चाहिए। उनके कहने का वास्तव में मतलब था कि हर कोई बराबर सम्मान का हकदार है।