कांग्रेस महाधिवेशन में बोले राहुल गांधी- जब तक अडाणी का सच सामने नहीं आता, हम रुकेंगे नहीं

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी ने कहा कि सच सामने आने तक पार्टी गौतम अडाणी के बारे में सवाल पूछती रहेगी। उन्होंने संसद में उद्योगपति का समर्थन करने के लिये भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के माध्यम से शुरू की गई तपस्या को आगे बढ़ाने के लिए एक नई योजना तैयार करनी चाहिए और वह पूरे देश के साथ इसमें शामिल होंगे। इसके साथ ही उन्होंने इस तरह की एक अन्य यात्रा का संकेत दिया।
अडाणी मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पूरी दौलत हड़प कर अडाणी देश के खिलाफ काम कर रहे थे। उन्होंने पार्टी के 85वें अधिवेशन में संबोधन के दौरान कहा, जब हमने संसद में पूछा कि प्रधानमंत्री का अडाणी से क्या संबंध है तो हमारा पूरा भाषण कार्यवाही से हटा दिया गया। हम संसद में हजारों बार पूछेंगे जब तक अडाणी जी का सच सामने नहीं आता, हम रुकेंगे नहीं।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, मैं अडाणी को बताना चाहता हूं कि उनकी कंपनी देश को नुकसान पहुंचा रही है और देश की पूरी अवसंरचना को हड़प रही है। उन्होंने कहा, देश की आजादी की लड़ाई एक कंपनी के खिलाफ थी क्योंकि उसने देश की समूची दौलत और बंदरगाहों आदि पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने कहा, इतिहास दोहराया जा रहा है। यह देश विरोधी काम है और अगर ऐसा होता है तो पूरी कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ खड़ी होगी।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री मोदी और अडाणी के संबंधों पर सवाल पूछती रहेगी। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का सत्याग्रह, भाजपा के ‘सत्ताग्रह’ से जीतेगा। वो सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे, हम सत्य के सहारे लड़ेंगे, और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं देश के सभी तबके से मिला। इस दौरान मैंने भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा कि ‘यात्रा’ से मुझे बहुत प्यार मिला, 52 साल से मेरा घर नहीं, लेकिन जब कश्मीर पहुंचा तो अपने घर जैसा लगा।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 किमी चल लूंगा। लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया। भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो। राहुल गांधी ने कहा हमने लोगों के अंदर देशभक्ति की भावना जगाई। हमने किसी को झंडा पकड़ने के लिए नहीं कहा। लोग हमसे खुद ही जुड़ते चले गए।