शिवाजी के राजतिलक के 350 वर्ष पूर्ण होने पर बोले पीएम मोदी- शिवाजी ने खत्म की गुलामी की मानसिकता

नई दिल्ली। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में आज का दिन महोत्सव के तौर पर मनाया जा रहा है। जब छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था उसमें स्वराज की ललकार और राष्ट्रीयता की जय जयकार समाहित थी। पीएम मोदी ने कहा कि आज एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन में छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों का ही प्रतिबिंब देखा जा सकता है।
पीएम मोदी ने इसे एक कालखंड का अद्भुत और विशिष्ट अध्याय भी बताया। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज के शासन काल में राष्ट्र लोक कल्याण केंद्रीय व्यवस्था के मूल में रहे। इसी दृष्टि के साथ में उनको शत शत नमन करता हूं।
पीएम मोदी ने शिवाजी के विचारों की तारीफ में बताया कि कैसे उन्होंने सैकड़ों वर्षों पुरानी गुलामी झेल रहे देशवासियों में एक नई ऊर्जा, नए आत्मविश्वास को जीवंत करने का कठिन कार्य बड़ी ही सहजता से किया, इतना ही नहीं उन्होंने आक्रमणकारियों का मुकाबला करने के साथ ही देश के आम जनमानस में खुद शासन करने का भी विश्वास पैदा किया।
पीएम मोदी ने उनकी सामरिक क्षमता की भी तारीफ की। पीएम ने कहा, शिवाजी ने भारत के सामर्थ्य को पहचान कर जिस तरह से नौसेना का विस्तार किया वो आज भी हमें प्रेरणा देता है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर पिछले साल भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी। हमारी सरकार ने अग्रेजों की सत्ता के प्रतीक को हटाकर वीर शिवाजी के शासन काल की राजमुद्रा को स्थान दिया।