मुंबई मेट्रो की दो लाइनों का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, कहा- नए भारत के पास बड़े सपने साकार करने का साहस

मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार को मुंबई पहुंचे। यहां उन्होंने 38,800 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने मुंबई मेट्रो लाइन 2A और 7 का उद्घाटन किया। इसमें अंधेरी से दहिसर तक फैला 35 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर भी शामिल है। इस मौके पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य मौजूद थे।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार नए भारत के पास बड़े सपने हैं और उन्हें साकार करने का साहस है। पिछली शताब्दी का एक लंबा समय गरीबी पर चर्चा करने, दुनिया से मदद मांगने और किसी तरह जीने में बीता। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार दुनिया ने भारत के संकल्पों पर भरोसा किया।
भारत को लेकर दुनिया में इतनी सकारात्मकता इसलिए है क्योंकि आज सभी को लगता है कि भारत अपने सामर्थ्य का बहुत ही उत्तम तरीके से सदुपयोग कर रहा है। आज भारत अभूतपूर्व आत्मविश्वास से भरा हुआ है। हमने वो जमाना देखा है जब गरीबों के कल्याण का पैसा भ्रष्टाचार में चला जाता था। टैक्स पेयर्स से प्राप्त टैक्स को लेकर कोई संवेदनशीलता नहीं थी। इसका नुकसान करोड़ों नागरिकों को उठाना पड़ा।
पिछले 8 सालों में हमने इस एप्रोच को बदल दिया है। आज भारत भविष्य की सोच और आधुनिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए अपने भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे पर खर्च कर रहा है।
इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता सौभाग्यशाली है। पीएम मोदी आज विभिन्न परियोजनाओं और मुंबई मेट्रो की दो लाइनों का उद्घाटन करने के लिए यहां आए हैं। कुछ लोग चाहते थे कि पीएम मोदी को ऐसा करने को न मिले, लेकिन इसके उलट हो रहा है। एमवीए सरकार ने महाराष्ट्र में विकास कार्य रुकवाए थे।
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में पीएम ने यहां कहा था कि डबल इंजन सरकार ने महाराष्ट्र को बदल दिया और कहा कि सरकार को सत्ता में वापस लाया जाए। आप पर भरोसा करके जनता ने सरकार वापस लाई, लेकिन कुछ लोग गुंडागर्दी में लिप्त थे और 2.5 साल से लोगों को पसंद नहीं करने वाली सरकार थी।
उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के सच्चे अनुयायी एकनाथ शिंदे ने साहस दिखाया और आपके आशीर्वाद से जनता की पसंद की सरकार एक बार फिर महाराष्ट्र में आ गई। महाराष्ट्र विकास के रास्ते पर एक बार फिर तेजी से चलने लगा।