मन की बात में पीएम मोदी ने की स्थानीय उत्पादों को खरीदने की अपील, बोले- वोकल फॉर लोकल को दें प्राथमिकता

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार को अपने रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने देशवासियों को आने वाले त्योहारों की बधाई दी। इसके साथ ही दिवाली से पहले उन्होंने लोगों से ‘वोकल फॉर लोकल’ अपने की अपील की।
पीएम मोदी ने कहा कि पूरे देश में त्योहारों को लेकर उमंग है। मैं देशवासियों को आने वाले त्योहारों की बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी हमारे त्योहारों में हमारी प्राथमिकता ‘वोकल फॉर लोकल’ हो और हम मिलकर उस सपने को पूरा करें। हमारा सपना ‘आत्मनिर्भर भारत’ है।
पीएम मोदी ने कहा कि गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। यहां कनॉट प्लेस में एक ही खादी स्टोर में, एक ही दिन में डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान लोगों ने खरीदा। इस महीने चल रहे खादी महोत्सव में एक बार फिर बिक्री के अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि खादी की बिक्री बढ़ने का मतलब है इसका फायदा शहर से लेकर गाँव तक में अलग-अलग वर्गों तक पहुंचता है। इस बिक्री का लाभ हमारे बुनकर, हस्तशिल्प के कारीगर, हमारे किसान, आयुर्वेदिक पौधे लगाने वाले कुटीर उद्योग सबको लाभ मिल रहा है, और, यही तो, ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान की ताकत है और धीरे-धीरे आप सब देशवासियों का समर्थन भी बढ़ता जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हर बार की तरह, इस बार भी, हमारे त्योहारों में, हमारी प्राथमिकता हो ‘वोकल फॉर लोकल’ और हम मिलकर उस सपने को पूरा करें, हमारा सपना है आत्मनिर्भर भारत। इस बार ऐसे प्रोडक्ट से ही घर को रोशन करें जिसमें मेरे किसी देशवासी के पसीने की महक हो, मेरे देश के किसी युवा का प्रतिभा हो, उसके बनने में मेरे देशवासियों को रोज़गार मिला हो, रोज़मर्रा की जिन्दगी की कोई भी आवश्यकता हो हम लोकल ही लेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है। कई बड़े ब्रांड यहीं पर अपने प्रोडक्ट को तैयार कर रहे हैं। अगर हम उन प्रोडक्ट को अपनाते हैं, तो मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलता है। ये भी लोकल फॉर वोकल ही होना है। उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट को खरीदते समय यूपीआई का इस्तेमाल करें। इसे जीवन में एक आदत बना लें।
पीएम मोदी ने कहा कि साथियो, आज मैं अपना एक और आग्रह आपके सामने दोहराना चाहता हूं और बहुत ही आग्रहपूर्वक दोहराना चाहता हूं। जब भी आप पर्यटन पर जाएं, तीर्थाटन पर जाएं, तो वहां के स्थानीय कलाकारों के द्वारा बनाए गए उत्पादों को जरूर खरीदें। आप अपनी उस यात्रा के कुल बजट में स्थानीय उत्पादों की खरीदी को एक महत्त्वपूर्ण प्राथमिकता के रूप में जरुर रखें। 10 परसेंट हो, 20 परसेंट हो, जितना आपका बजट बैठता हो, लोकल पर जरूर खर्च करिएगा और वहीं पर खर्च कीजिएगा।