जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का 75 साल की उम्र में निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

नई दिल्ली। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन हो गया है। इसकी जानकारी उनकी बेटी सुभाषिनी ने ट्विटर के माध्यम से दी है। शरद यादव ने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह 75 साल के थे। काफी लंबे समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। जिसके बाद आज उन्होंने आखिरी सांस ली।
बता दें कि वो 7 बार लोकसभा सांसद रहे। उन्होंने बिहार के मधेपुरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 4 बार लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा वो 2 मध्य प्रदेश के जबलपुर से सांसद चुने गए। एक बार उत्तर प्रदेश के बदायूं से सांसद चुने गए।
बता दें कि शरद यादव भारत के पहले ऐसे राजनेता थे जो 3 राज्यों से लोकसभा के लिए चुने गए। शरद यादव एनडीए के संयोजक भी रहे है। राजनीतिक गठजोड़ के माहिर खिलाड़ी शरद यादव को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुरू माना जाता है। उनको जेपी आंदोलन का मुख्य स्तंभ भी माना जाता है।
अपने राजनीतिक जीवन का आगाज लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह यादव के साथ शुरू किया। वे इंजीनियर भी थे। 1971 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान वे जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, जबलपुर मध्यप्रदेश में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। छात्र राजनीति के साथ वे पढ़ाई में भी अग्रणी रहे और बीई (सिविल) में गोल्ड मेडल जीता। पढ़ाई में अच्छा होने के बावजूद उनके जीवन में राजनीतिक विचारधारा बलवती रही। यही कारण रहा कि आम जनमानस के लिए कुछ कर गुजरने की जीजिविषा के चलते उन्होंने राजनीति को ही अपना ध्येय बनाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया।