वित्त मंत्री सीतारमण का संसद में विपक्ष पर निशाना, बोली- यूपीए का फैलाया रायता हमने साफ किया

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम करीब 4 बजे संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेंगे। उनके संसद पहुंचने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मता सीतारमण अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेत हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ सपने दिखाता है और हम उसको पूरा करते है। इसी के साथ विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
अविश्वास प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज चर्चा की शुरुआत की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए के वक्त बैंकों की हालत खस्ता थी। बैंकों में यूपीए का फैलाया रायता हमने साफ किया। आज सरकारी बैंक मुनाफा की ओर बढ़ रहे हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए के वक्त भ्रष्टाचार की वजह से पूरा एक दशक खराब हो गया। आज हर संकट और परिस्थिति को सुधार के साथ अवसर में बदला जा रहा है।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के वक्त केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार में किए गए कामों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में कृषि बजट बढ़कर एक लाख 20 करोड़ किया गया। देश में अब तक148 एयरपोर्ट तैयार किया हैं। वहीं देशभर में 1,113 यूनिवर्सटी तैयार हुईं। गांव में 2.9 करोड़ मकान तैयार करवाए। सरकारी बैंक अब लाभ कमा रही है। बैंकिंग सेक्टर में कई बड़े चेंज हुए। यूपीआई की पूरे विश्व में तारीफ हो रही है। देश के हर क्षेत्र में विकास किया गया है। बैंकों को एक लाख करोड़ लाभ हुआ है।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के वक्त केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए ने 10 साल बेकार कर दिए। अब यूपीए नाम से पीछा छुड़ाना चाहते थे। I.N.D.I.A गठबंधन में आपस में लड़ाई है। इसके साथ उन्होंने कहा, तुम लोगों को सपने दिखाते हो। हम उनके सपनों को साकार करने की कोशिश करते हैं। हम सभी को सशक्त बनाने और किसी के तुष्टिकरण में किसी तरह का विश्वास नहीं करते हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार, भारत अपने भविष्य के विकास को लेकर आशावादी और सकारात्मक रही है। उन्होंने कहा 2013 में मॉर्गन स्टेनली ने भारत को दुनिया की पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं की सूची में डाला था। आज उसी मॉर्गन स्टेनली ने भारत को अपग्रेड किया और उसे ऊंची रेटिंग दे दी है। नौ सालों में हमारी सरकार की नीतियां की वजह से अर्थव्यवस्था ऊपर उठी और आर्थिक विकास तेज हुआ। कोरोना के बावजूद आज हम दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं।