कौशल विकास घोटाला: सीआईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यत्री एन चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार कर लिया है। भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी हुई है। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश पुलिस ने उनके बेटे नारा लोकेश को भी हिरासत में लिया है। पुलिस ने उन्हें पूर्वी गोदावरी जिले से हिरासत में लिया है।
गिरफ्तारी के बाद चंद्रबाबू नायडू को सीआईडी मेडिकल कराने के लिए अस्पताल ले गई। चंद्रबाबू नायडू के वकील का दावा है कि आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम का ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर बहुत बढ़ा हुआ है। जिसकी वजह से अस्पताल में उनको दाखिल कराया गया है। चंद्रबाबू नायडू के वकील ने कहा कि वो जमानत के लिए आज ही हाईकोर्ट में दस्तक देंगे।
बता दें कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ 2021 में भ्रष्टचार का मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद से ही आपराधिक जांच विभाग उनपर लगे आरोपों की जांच कर रहा था। इस बीच 9 सितंबर 2023 को सीआईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कौशल विकास घोटाला क्या है
आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की सरकार में युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देने के लिए योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के हैदराबाद और इसके आसपास के इलाकों में स्थित भारी उद्योगों में काम करने के लिए युवाओं को जरूरी कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाना था।
सरकार ने योजना के तहत इसकी जिम्मेदारी एक कंपनी सीमेंस को दी थी। योजना के तहत छह क्लस्टर्स बनाए गए और इन पर कुल 3300 करोड़ रुपये खर्च होने थे। जिसमें हर क्लस्टर पर 560 करोड़ रुपये खर्च होने थे।
तत्कालीन चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने कैबिनेट में बताया कि योजना के तहत राज्य सरकार कुल खर्च का 10 प्रतिशत यानी कि 370 करोड़ रुपये खर्च करेगी। वहीं बाकी का 90 प्रतिशत खर्च कौशल विकास प्रशिक्षण देने वाली कंपनी सीमेन्स द्वारा दिया जाएगा।
आरोप है कि चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने योजना के तहत खर्च किए जाने वाले 371 करोड़ रुपये शैल कंपनियों को ट्रांसफर कर दिए। पूर्व सीएम पर ये भी आरोप है कि शैल कंपनियां बनाकर उन्हें पैसे ट्रांसफर करने से संबंधित दस्तावेज भी नष्ट कर दिए गए।