बिहार में जातिगत जनगणना शुरू, डिप्टी सीएम तेजस्वी बोले- सही और वैज्ञानिक आंकड़ा उपलब्ध होगा

पटना। बिहार में जाति आधारित गणना शनिवार से शुरू हो गई। जनगणना का पहला चरण 7 जनवरी से शुरू हुआ है और 21 जनवरी तक चलेगा। इस बीच बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, जाति आधारित जनगणना सरकार को वैज्ञानिक तरीके से विकास के कामों को करने में सक्षम बनाएगी। गरीबों के लाभ के लिए जाति आधारित जनगणना हो रही है। राज्य में सभी घरों की जनगणना की जाएगी। विरोधी पार्टियां नहीं चाहतीं की ऐसा हो। जनगणना में जातियों की सामाजिक और आर्थिक स्थितियां के बारे में जानकारी ली जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बिहार में जाति आधारित गणना का कार्य 7 जनवरी से शुरू हो गया है। इसके पहले चरण में सिर्फ मकानों को गिना जायेगा। इस प्रक्रिया को 21 जनवरी तक पूरी कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी रिपोर्ट तैयार होने के बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें लोगों की जाति के आधार पर गणना की जाएगी।
पहले चरण में सिर्फ उन्हीं मकानों को गिना जायेगा, जिनमें लोग रह रहे हैं। झुग्गी-झोपड़ी, सड़क, बांध समेत ऐसे अन्य स्थानों पर रहने वालों के आश्रय स्थलों को भी गिना जाएगा।
जाति गणना में 26 प्रकार की जानकारी जुटाई जाएगी। दूसरा चरण अप्रैल महीने में होने की उम्मीद है। इस चरण में गणना के दौरान जाति,नाम, पता, पिता या पति का नाम, लिंग सहित कई चीज पूछे जाएंगे। राज्य से बाहर रहने वालों के भी नाम दर्ज किए जाएंगे।