भारत के प्रज्ञानानंदा का टूटा सपना, चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में कार्लसन से मिली हार

नई दिल्ली। चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत के आर प्रज्ञानानंद को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी नार्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के साथ ही आर प्रज्ञानानंद के विश्व चैंपियन बनने का सपना टूट गया। टाईब्रेक में पहले गेम में प्रज्ञानानंद को हार का सामना करना पड़ा। इस तरह प्रज्ञानानंद को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
मैच के बीच एक दौर ऐसा भी आया, जब प्रज्ञानानंद के लिए बेहद ही चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। दरअसल, दूसरे राउंड में प्रज्ञानानंद कार्लसन को पार नहीं कर पा रहे थे। कार्लसन ने ऐसी चाल चली जिसमें प्रज्ञानानंद उलझ के रह गए। उन्हें समझ नहीं आया कि आखिर इससे बाहर कैसे निकला जाए। अंत में विषम परिस्थितियों का दट कर सामना करने के बावजूद भी प्रज्ञानानंद को उपविजेता बनकर ही संतुष्ट करना पड़ा।
बता दें कि 32 वर्षीय कार्लसन ने पहली बार यह खिताब अपने नाम किया है। यह उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है, जिसे प्राप्त करके वे बेहद खुश हैं।
प्रज्ञानानंद हार भले ही गए, लेकिन एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर गए हैं। प्रज्ञानानंद ने कैंडिडेट्स ऑफ द इयर 2024 में अपना स्थान पक्का कर लिया है। मैग्नस कार्लसन और बॉबी फिशर के बाद कैंडिडेट्स ऑफ द इयर 2024 में अपनी जगह पक्की करने वाले तीसरे युवा खिलाड़ी हैं।