शरद पवार की पार्टी में टूट, शिंदे गुट में शामिल हुए अजित पवार, डिप्टी सीएम बनाए गए

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व महाराष्ट्र में सियासी सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। अजित पवार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बन गए हैं। राजभवन में राज्यपाल रमेश बैस ने अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई। अजित पवार के साथ कई अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली।
अजित पवार के शिंदे सरकार में शामिल होने के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी टूट की कगार पर पहुंच गई है। हाल ही में शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। उस वक्त अजित पवार को कोई नई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई थी।
सियासी गलियारों में इसकी चर्चा चल रही थी। उस वक्त अजित पवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी, लेकिन दो महीने के भीतर अजित पवार ने शरद पवार की लिखी स्क्रिप्ट को पलट कर रख दी। अब वह भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए। शपथ ग्रहण समारोह के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अब महाराष्ट्र में ट्रिपल इंजन की सरकार है।
अजित पवार ने अपने आवास पर बैठक बुलाई थी। इसपर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते अजित पवार को बैठक बुलाने का अधिकार हैं। उन्होंने पार्टी की बैठक नहीं बुलाई थी। बल्कि नेताप्रतिपक्ष होने के नाते उन्होंने सभी विधायकों से संपर्क किया था। वह नियमित रूप से ऐसा करते हैं।
इसी साल अप्रैल में अजित पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की चाहत दिखाई थी, उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने को तैयार हैं। अजित पवार ने 2004 में एनसीपी को अधिक सीट मिलने का भी जिक्र किया था। अजित ने कहा था कि एनसीपी को कांग्रेस से ज्यादा सीटें आई थीं, तब पार्टी ने उन्हें सीएम पद देने का मौका गंवा दिया था।