पीएम मोदी ने जारी की पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त, किसानों के खातों में भेजे गए 22 हजार करोड़
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को बिहार के भागलपुर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) के तहत 19वीं किस्त जारी कर दी। देश के 9.8 करोड़ से भी ज्यादा किसानों को 2000-2000 रुपये उनके खाते में सीधे ट्रांसफर कर दिया गया है। पीएम मोदी ने आज 22,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम ट्रांसफर किया। साथ ही विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं राष्ट्र को समर्पित किया।
पीएम मोदी ने बिहार के भागलपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की पावन धरती से अन्नदाता बहनों-भाइयों के खातों में पीएम-किसान की 19वीं किस्त ट्रांसफर करने के साथ विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन कर अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने लाल किले से कहा है कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं। ये स्तंभ हैं गरीब, किसान, महिलाएं और युवा। एनडीए सरकार की प्राथमिकता किसानों का कल्याण है।
उन्होंने कहा कि पहले किसान संकट से घिरा रहता था। जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं वो इन स्थितियों को कभी नहीं बदल सकते। एनडीए सरकार ने इस स्थिति को बदला है। बीते सालों में हमने सैकड़ों आधुनिक किस्म के बीज किसानों को दिए हैं। पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था और यूरिया की कालाबाजारी होती थी। आज किसानों को पर्याप्त खाद मिलती है। हमने कोरोना के महासंकट में भी किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी।
पीएम ने पूछा, अगर एनडीए सरकार ना होती तो क्या होता? अगर एनडीए सरकार ना होती तो आज भी किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ती। एनडीए सरकार ना होती आज किसानों को यूरिया की एक बोरी 3 हजार की मिल रही होती।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले जब बाढ़ आती थी, सूखा पड़ता था, ओले पड़ते थे तब पहले की सरकारें किसानों को उनके हाल पर छोड़ देते थे। 2014 में जब आपने एनडीए को आशीर्वाद दिया तो मैंने कहा, ऐसा नहीं चलेगा। एनडीए सरकार ने ‘पीएम फसल बीमा योजना’ बनाई, इस योजना के तहत पौने दो लाख करोड़ रुपये का क्लेम किसानों को आपदा के समय मिल चुका है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब कांग्रेस और ‘जंगल राज’ सरकारें सत्ता में थीं, तो उन्होंने कृषि के लिए जो कुल बजट आवंटित किया था, वह हमारे द्वारा किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित किए गए बजट से बहुत कम था। कोई भ्रष्ट ऐसा नहीं कर सकता-केवल किसानों के कल्याण के लिए समर्पित सरकार ही ऐसा कर सकती है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब यह बिहार का मखाना है जो फोकस में है। मखाना देश भर के शहरों में नाश्ते का एक प्रमुख हिस्सा बन गया है। व्यक्तिगत रूप से बात करते हुए, मैं साल में 365 दिनों में से कम से कम 300 दिन मखाना खाता हूं। यह एक सुपरफूड है जिसे अब हमें वैश्विक बाजारों में ले जाना चाहिए। यही कारण है कि इस साल के बजट में, सरकार ने मखाना किसानों के लाभ के लिए मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा की है।
पीएम मोदी ने कहा कि बजट में बिहार के किसानों और युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की गई है। बिहार पूर्वी भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है। बिहार में एक राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी और उद्यमिता संस्थान स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य में कृषि में उत्कृष्टता के तीन नए केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से एक यहीं भागलपुर में स्थापित किया जाएगा।