पेपर लीक के दोषियों को दिलाएंगे कड़ी सजा: मुर्मू
लोकसभा में राष्ट्रपति का अभिभाषण, शिक्षा नीति की बात पर विपक्ष के नीट-नीट के नारे
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र के चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ। उन्होंने अपने अभिभाषण की शुरुआत नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई देकर दी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में हुए ऐतिहासिक चुनाव को दुनिया भर ने देखा और सराहना की गई। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का लक्ष्य देश को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाना है। 50 मिनट के भाषण में राष्ट्रपति ने हर मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा- पेपर लीक करने वालों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। इस दौरान विपक्ष ने नीट पेपर लीक को लेकर हंगामा किया। इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि हमे दल या राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने सेना को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारियां भी बताईं। नॉर्थ-ईस्ट में शांति के लिए सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा- अगले बजट सत्र में बड़े फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने आपातकाल को संविधान पर सीधा हमला बताया, यह भी कहा- देश ने इस हमले से उबरकर दिखाया। उन्होंने महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों के बारे में बात की। राष्ट्रपति ने चुनाव आयोग की तारीफ की, वहीं जीएसटी को भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए मील का पत्थर बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि यह सरकार हर भारतीय की आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है। 18वीं लोकसभा कई मायनों में एक ऐतिहासिक लोकसभा है। यह लोकसभा अमृत काल के शुरुआती वर्षों में बनी है। आगामी सत्रों में यह सरकार इस कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट आर्थिक और सरकार की दूरगामी नीतियों के साथ-साथ भविष्यवादी दृष्टिकोण का एक प्रभावी दस्तावेज होगा इस बजट में सामाजिक फैसले, कई ऐतिहासिक कदम भी दिखेंगे।