एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में रवि दहिया ने जीता स्वर्ण, बजरंग पूनिया को मिला रजत

नई दिल्ली। भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान रवि दहिया ने मंगोलिया की राजधानी उलानबटोर में खेले जा रहे एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया है। रवि ने यह मेडल 57 किलोग्राम भार वर्ग में जीता। रवि दहिया ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था।
वहीं, बजरंग पूनिया को 65 किलोवर्ग में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। बजरंग फाइनल में ईरान के रहमान मूसा से 3-1 से हार गए। नवीन ने 70 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया। उन्होंने कांस्य पदक के मैच में मंगोलिया के पहलवान को हराया।
रवि ने फाइनल में कजाखस्तान के रखत कलजान को टेक्निकल सूपीरियोरिटी से हराया। रवि ने मैच के शुरुआत में कजाखस्तान के खिलाड़ी को बढ़त दे दी थी। हालांकि, उन्होंने जबरदस्त वापसी की और फ्रीस्टाइल इवेंट में अप ने विपक्षी खिलाड़ी को हरा दिया। रवि हरियाणा राज्य के सोनीपत के नाहरी गांव से आते हैं।
रवि ने अपने गोल्ड मेडल तक के सफल में जापान के रिकुटो एरई को टेक्निकल सूपीरियोरिटी के आधार पर और मंगोलिया के जानबजार जान्दनबुद को 12-5 से हराया था। फाइनल में कलजान के खिलाफ शुरुआत में रवि पीछे चल रहे थे। इसके बाद उन्होंने लगातार छह दो प्वाइंटर हासिल किए।
रवि ने कलजान के बाएं पैर पर अटैक कर उन्हें लॉक कर दिया और बाउट को जल्दी खत्म कर दिया। यह भारत का 2022 में इस कुश्ती चैंपियनशिप में पहला गोल्ड मेडल है। रवि इससे पहले 2020 में दिल्ली में और 2021 में अल्माती में हुए इसी टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीता था। इस तरह रवि ने गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई।
रवि को पिछले साल हुए टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में रूस के पहलवान जवुर यूगेव के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस गोल्ड मेडल के मैच को रूसी खिलाड़ी ने 7-4 से जीता था। रवि ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान थे। वहीं, बजरंग ने ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
रवि ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय पहलवान थे। इनसे पहले सुशील कुमार 2012 में फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने 57 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीता था।
रवि कुमार दहिया 2019 में नूर सुल्तान में हुई विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके हैं। उन्होंने 2015 में विश्व जूनियर कुश्ति चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। हालांकि, 2021 में रवि ने खुद को विश्व चैंपियनशिप से दूर रखा था।