कानपुर हिंसा मामले में 3 एफआईआर दर्ज, अबतक 36 लोग गिरफ्तार

नई दिल्ली। कानपुर हिंसा के मामले में मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बाद पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है। इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन एफआईआर दर्ज कर 36 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बेगनगंज थाने में कुल तीन एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में जौहर फैंस एसोसिएशन के हयात जफर हाशमी, एहतशाम कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम, अजीजुर, आमिर जावेद व इमरान काले समेत 40 नामजद और 1000 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है। हत्या के प्रयास, सीएलए (7 लॉ क्रिमिनल एमेंडमेंट एक्ट), बलवा समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के के बाद हिंसा भड़की। एक न्यूज डिबेट में बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने कथित रुप से पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नाराज थे। इसके विरोध में मुस्लिम पक्ष ने जुलूस निकाला था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। पुलिस ने हिंसा में शामिल 35 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। हिंसा की शुरुआत यतीमखाना इलाके की मुख्य सड़क और बाजार से हुई। धर्म के नाम पर सामने आए दो गुटों के बीच पहले बहस हुई। इसके बाद टकराव हुआ और फिर पथराव हुए।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तबतक जमकर बवाल काटा गया। सड़कों पर पत्थर पसरे हुए थे। बाजार बंद थे। पुलिस ने जब दंगाइयों को खदेड़ा तो उनपर भी पत्थर फेंके गए। जिसमें कई पुलिस वाले भी जख्मी हुए। हालांकि कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी की गिरफ्तारी के मामले को लेकर परिवार के लोगों का कहना है कि वे हमें मिल नहीं रहे हैं। हमने काफी खोजा है। जफर हयात की पत्नी का दावा है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए बंद को वापस लिया गया था।